हस्तकला या शिल्पकला
आधुनिक भारत अपनी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत, कला और साहित्य के प्रति विशेष सम्मान, आकर्षण और जिज्ञासा रखता है। यही कारण है कि विभिन्न कलाओं के साथ-साथ घर, परिवार, समाज से लेकर बाजार और वैश्विक दुनिया तक कला और शिल्प का विशेष महत्व है। केन्द्रीय विद्यालय संगठन ने अपने गैर शैक्षणिक विभाग के अंतर्गत चित्रकला विभाग को लगातार बढ़ावा दिया है। इसी सिलसिले में हर साल स्कूल स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक कला महोत्सव का आयोजन किया जाता है। विभिन्न मंत्रालयों, विभागों और संस्थानों द्वारा समय-समय पर विभिन्न विषयों पर कला, शिल्प और चित्रकला प्रतियोगिताएं और गतिविधियां आयोजित की जाती हैं।
पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय क्रमांक 2 बीएसएफ इंदौर में चित्रकला विभाग के अंतर्गत विद्यार्थियों को मिट्टी, कागज, रेत, लकड़ी, पत्थर, धागा, रस्सी, पोस्टर बनाना आदि के माध्यम से कला एवं शिल्प कार्य सिखाया जाता है। साथ ही नियमित शिक्षक, कला प्रशिक्षक दोनों पालियों में नियुक्त किये गये हैं.
स्कूल में हर सप्ताह हर क्लास में आर्ट एंड क्राफ्ट के लिए एक पीरियड की व्यवस्था की गई है।